Haa Main Characterless Hoon Lyrics : Pooja Sachdeva Poetry : दोस्तों , आज हम आपसे Pooja Sachdeva की Haa Main Characterless Hoon Lyrics Poetry Share कर रहा हूँ , लोगो की मानसिकता पर जोरदार थप्पड़ मारते हुए यह Story बेहद नाजुक भाव को समझाने के लिए लिखी गयी है |
Haa Main Characterless Hoon Lyrics : Pooja Sachdeva Poetry
माना छोटी है मेरी Skirt, पर ख्वाब तो है बड़े
करना तो बहुत कुछ है साहब पर क्या करे।
दुनिया ये judge करती है मुझको,
ये Fuss कहती है किस-किस को सफाई मैं दूं,
सपनों की दुहाई मैं दूं सपनों की दुहाई मैं दूं,
तेरे तानो से मैं थक चुकी हूं |
चल आज ये मान ही लेती हूं कि हां मै Characterless हूं।
कहते है शर्म औरत का गहना है बिल्कुल ठीक,
शर्म औरत का गहना है जिसे उतारते तूने रहना है।
फिर Breaking News बनेगी Candle March भी रखा जायेगा।
मोमबत्ती हाथ मे पकड़े वो Rapist भी वहां आयेगा।
पर आपको पता चलेगा कैसे ध्यान आपका है
Cleavage पर अबे भों**** के थोड़ी शर्म तो कर।
दुनिया ये सारी कोरा दुपट्टा, उसपे मैं हूं काला सा धब्बा,
इज्जत का झण्डा छाती पे मेरे
यहीं पे तेरी नजरें ये ठहरे।
नजरे ये तेरी दोष ये मेरा बात ज़रा सी हल्ला बतेरा।
झण्डे को ले ले के अंदर तू अपने बोझ,
मैं इसका सह न सकूं Confession आज मैं करती हूं।
हां मैं Characterless हूं। मानलेती हूं कि मैं मै Characterless हूं।
है गला कितना deep, लड़को के साथ sleep
जरूर करती होगी सुट्टा और दारू।
मैं भी ज़रा यहां Chance तो मारूं।
Slut भी हैं whore भी हैं।
सारे Issues का कोर भी हैं,
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ फिर ले जाके उन्हें Kitchen में बिठाओ।
Opinion ये दे तो थप्पड़ लगाओ बस।
You know, If you’re one of them
Then, you’re not a man Youre nothing but a Chuu…..
चल तेरी ego massage करने के लिए बोल ही देती हूं,
हां मैं Characterless हूं।
खुश ? मैं Characterless हूं।
Disclaimer ये कहानी सच्ची घटना पर आधारित है।
इसका काल्पनिकता से कोई लेना देना नहीं है।
एक दिन की बात है सर्दी की वो रात
आज भी ज़हन में जि़ंदा जब मैं हुई थी शर्मिंदा।
क्यूं बनाया मुझे लड़की, मां कसम उस दिन भगवान पे बहुत भड़की।
मैं और मेरी बहन DU के Fest से लौट रही थी,
दिल्ली की थी सड़क रात के कुछ 8 बज रहे थे।
Mind you, जींस पहनी थी और बदन स्वेटर से ढ़के हुए थी।
पर अचानक मेरा चलना बंद हो गया।
सांसे रुकी और हाथ तंग हो गया,
बहन ने भांपा कुछ है लोचा
पीछे किसी ने मेरा हाथ दबोचा।
चौदह साल की मैं डरी सहमी,
दुनिया के बारे में शायद मुझे थी गलतफहमी।
सोचा ये क्या हो रहा है, ऐसा भी होता है
मारूति की कार चार लौंडे सवार।
एक के हाथ मे बाटल
एक के हाथ मे माल
वो तैयार थे करने बकरे को हलाल।
मुझे अंदर खींचने के लिए उसने जैसे ही जोर लगाया
घर वालों का चेहरा आखिरी पलों में सामने आया
बहन ने दिखाई फुर्ती जोर से उसको झटका
पर मैं खड़ी थी सुन्न था दिमाग वहीं पे अटका।
सोचा आज से पहले तो Life is a fairy tale Oh or was that faked?
Now I’m sure that even that fairy must have been raped
भागे हम दोनों वहां से बची मैं बाल-बाल।
वरना उसने तो समझ ही लिया था मुझे अपने बाप का माल।
You know, I want to say that to all those men out there
कि अगर आपको लगता है कि सड़क पे अकेली चलती लड़की
या For that matter, कोई भी लड़की आप के बाप का माल है
तो आज घर जाकर अपने पिताश्री की Will अच्छे से पढ़ लो एक बार
और मैं लिख के देती हूं कि उसमें हमारा नाम कहीं नहीं है।
Thank You!