Chandra Shekhar Azad Quotes In Hindi : चन्द्रशेखर आज़ाद के विचार
नमस्कार दोस्तों आज हम आपसे Chandra Shekhar Aazad के Hindi,Thoughts,Poem [प्रसिद्द अनमोल विचार] Share करेंगे |चंद्रशेखर आज़ाद का नाम सुनते ही हमारे शरीर में एक अलग ही खून रोमांचित हो उठता है , जो हमे अपने देश की सेवा के लिए कर्तव्यनिष्ठ होने का भाव जागृत करता है | चंद्रशेखर आज़ाद जैसे शूर वीर जिस शताब्दी में जन्म लेते है वे उस शताब्दी को ही उस देश की प्रगति में पंख लगा देते हैं , इसलिए आज मै आपसे आज कुछ Chandra Shekhar Azad Quotes In Hindi : चन्द्र शेखर आज़ाद के अनमोल विचार Share कर रहा हूँ , आशा है आपको यह काफी पसंद आयेंगे |
– Chandra Shekhar Azad
– Chandra Shekhar Azad
– Chandra Shekhar Azad
अभी भी जिसका खून ना खौला, वो खून नहीं पानी है;जो देश के काम ना आए, वो बेकार जवानी है।
– Chandra Shekhar Azad
Chandra Shekhar Azad Thoughts In Hindi
– Chandra Shekhar Azad
भले ही मेरा प्रारम्भिक जीवन आदिवासी इलाके में बीता है , लेकिन मेरे दिल में मातृभूमि ही बसती है |
– Chandra Shekhar Azad
दुश्मन की गोलियों का सामना करेंगे,आजाद ही रहे हैं, आजाद रहेंगे।
– Chandra Shekhar Azad
यदि खून में रोष नहीं है, तो वह पानी के समान है जो फिर पानी मे रंग मिलकर बह रहा है |
– Chandra Shekhar Azad
यदि कोई युवा मातृभूमि की सेवा नहीं करता है, तो उसका जीवन व्यर्थ है।
– Chandra Shekhar Azad
– Chandra Shekhar Azad
मैं ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता समानता और भाईचारा सिखाता है।
– Chandra Shekhar Azad
मेरा नाम आजाद, मेरे पिता का नाम स्वाधीन, और मेरा घर जेल है |
– Chandra Shekhar Azad
– Chandra Shekhar Azad
– Chandra Shekhar Azad
Chandra Shekhar Azad Poem In Hindi
‘मां हम विदा हो जाते हैं, हम विजय केतु फहराने आज,
तेरी बलिवेदी पर चढ़कर मां, निज शीश कटाने आज।
मलिन वेष ये आंसू कैसे, कंपित होता है क्यों गात?
वीर प्रसूति क्यों रोती है, जब लग खंग हमारे हाथ।
धरा शीघ्र ही धसक जाएगी, टूट जाएंगे न झुके तार,
विश्व कांपता रह जाएगा, होगी मां जब रण हुंकार।
नृत्य करेगी रण प्रांगण में, फिर-फिर खंग हमारी आज,
अरि शिर गिराकर यही कहेंगे, भारत भूमि तुम्हारी आज।
अभी शमशीर कातिल ने, न ली थी अपने हाथों में।
हजारों सिर पुकार उठे, कहो दरकार कितने हैं।।’