Chandra Shekhar Azad Facts In Hindi : चन्‍द्र शेखर आजाद के बारे में रोचक तथ्‍य

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Chandra Shekhar Azad Facts In Hindi : चन्‍द्र शेखर आजाद के बारे में रोचक तथ्‍य

Hy Friends  आज मैं आपको शक्तिशाली क्रान्तिकारी चन्‍द्रशेखर आजाद के बारे में रोचक तथ्‍य ( Chandra Shekhar Azad Facts In Hindi, चन्‍द्र शेखर आजाद से जुड़ी कुछ रोचक बातें ( Chandra Shekhar Azad  Interesting Facts In Hindi), चन्‍द्रशेखर आजाद की कुछ रोचक बाते , चन्‍द्रशेखर आजाद के बारे में 10 रोचक तथ्‍य के बारे में पूरी जानकारी देगे।

भारत के उग्र स्‍वतंत्रता सेनानियों के बारे में बात करें तो चन्‍द्रशेखर आजाद का नाम सबसे पहले आयेगा। चन्‍द्रशेखर अपनी भारत माता को अंग्रेजो के चंगुल से छुड़ाना चाहते थे। वे भारत के महान और उग्र कान्तिकारी थे। सबसे पहले वे महात्‍मा गांधी द्वारा चलाये गये असहयोग आन्‍दोलन में चढ़कर हिस्‍सा लिया। लेकिन ज्‍यादा दिनों तक इस आन्‍दोलन से जुड़े न सकें और उन्‍होनें आजादी के लिए हथियारों को उठाना उचित समझा।

चन्‍द्रशेखर जानते थे कि ये क्रूर अंग्रेज शान्ति अहिंसा से बात नहीं मानने वाले इसीलिए उन्‍होनें हिंसा का मार्ग अपनाया। उनके साथ और भी कई देशभक्‍त भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरू जुड़ें। आजाद जी ने अपनी संस्‍था खोली जिसका नाम हिन्‍दुस्‍तान सोशलिस्‍ट रिपब्लिक एसोसिएशन था। आजाद जी ने  झांसी कैप की भी स्‍थापना की। आज इस महान क्रान्तिाकरी चन्‍द्रशेखर आजाद के रोचक तथ्‍य के बारे में बात करेगें।

Chandra Shekhar Azad Facts

  1. चन्‍द्रशेखर आजाद का जन्‍म 23 जुलाई 1906 को हुआ था।
  2. चन्‍द्रशेखर आजाद का जन्‍मस्‍थान मध्‍यप्रदेश के भाबरा गांव में हुआ था।
  3. चन्‍द्रशेखर आजाद के पिता का नाम सीताराम तिवारी तथा माता का नाम जगरानी देवी था।
  4. चन्‍द्रशेखर आजाद का जन्‍म करवाने वाली दाई एक मुस्लिम महिला थी।
  5. चन्‍द्रशेखर आजाद छोटी उम्र से भील जाति के बच्‍चों के साथ खेलते थे और उन्‍ही बच्‍चों के साथ वे तीर-कमान चलाना सीखते थे।
  6. चन्‍द्रशेखर आजाद ने शिक्षा कम ग्रहण की उन्‍होनें सिर्फ तीसरी क्‍लास तक पढ़ाई की।
  7. इतनी कम पढ़ाई के बावजूद उन्‍होनें Government Job भी की थी। वे एक तहसील में Helper थे, लेकिन उन्‍होनें कुछ महीनों के बाद यह नौकरी छोड़ दी।
  8. चन्‍द्रशेखर आजाद का मॉं चाहती थी उनका बेटा संस्‍कृत का एक श्रेष्‍ठ विद्वान बने। वे चन्‍द्रशेखर आजाद को काशी विद्यापीठ में भेजना चाहती थी।
  9. चन्‍द्रशेखर आजाद ने असहयोग आन्‍दोलन को छोड़कर हिन्‍दुस्‍तान रिपबिलकन पार्टी को ज्‍वाइन कर लिया बाद में इसी पार्टी के अध्‍यक्ष भी बने।
  10. चन्‍द्रशेखर आजाद थे कि शरीर के दूर की बात है अंग्रेजों के हाथ उनकी फोटो भी नही लगनी चाहिए।
  11. चन्‍द्रशेखर आजाद का एक घनिष्‍ठ मित्र था। जिसका नाम रुद्रनारायरण था, रुद्रनारायण एक अच्‍छा पेंटर था। उसका घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। इसीलिए उन्‍होनें रुद्रनारायण के हाथों से मूछों पर तॉव देते हुए पेटिंग बनवायी थी। और आजाद अंग्रेजों के सामने सरेंडर करने को तैयार हो गए इससे उनके दोस्‍त को इनाम के पैसे भी मिले और उसकी आर्थिक स्थिति ठीक हो गई।
  12. चन्‍द्रशेखर आजाद लुका छिपी का खेल 10 साल तक खेलते रहे।  एक बार चन्‍द्रशेखर आजाद झॉसी के पास एक गुफा में सन्‍यासी की वेशभूषा में छिपे हुए थे, किसी तरह अंग्रेजों को उनके ठिकानें का पता चला गया‍ तो चन्‍द्रशेखर आजाद महिलाओं के कपड़े पहनकर अंग्रेजों को चकमा दे कर भाग निकले।
  13. काकोरी कांड के पीछे चन्‍द्रशेखर आजाद को हाथ था, फिर 1928 में साण्‍डर्स को गोली मारी थी, जिसकी वजह से सभी अंग्रेज चन्‍द्रशेखर को पकड़ना चाहते थे।
  14. लाला लाजपत राय की हत्‍या के बाद चन्‍द्रशेखर आजाद और भगत सिंह ने सारे कार्य एक साथ मिलकर किये। भगत सिंह चन्‍द्रशेखर जी को अपना गुरु मानते थे।
  15. जिस गांव चन्‍द्रशेखर आजाद पैदा हुए उस गांव का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद नगर रख दिया गया।
  16. चन्‍द्रशेखर आजाद की मृत्‍यु जिस पार्क में हुई थी उसका नाम बदलकर चन्‍द्रशेखर आजाद पार्क रख दिया गया था।
  17. चन्‍द्रशेखर आजाद ने कहा था कि “दुश्‍मन की गोलियों का हम सामना करेगें, आजाद ही रहे है, आजाद ही रहेगें।”
  18. चन्‍द्रशेखर आजाद को 14 साल की उम्र में 1921 में गांधी जी के असहयोग आन्‍दोलन से जुड़ने के कारण उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया और अंग्रेज जज के सामने पेश किया गया जब जज ने पूछा तुम्‍हारा नाम क्‍या है तो उन्‍होनें अपना नाम आजाद बताया। जज ने पिता का नाम पूछा तो चन्‍द्रशेखर आजाद ने पिता का नाम स्‍वतन्‍त्रता और पता जेल को बताया था। तभी से चन्‍द्रशेखर तिवारी, चन्‍द्रशेखर आजाद के नाम से प्रसिद्ध हो गये।
  19. चन्‍द्रशेखर आजाद ने तो जुल्‍म करते थे, और न ही सहते थे।
  20. चन्‍द्रशेखर आजाद के भतीजे सुजीत आजाद ने चन्‍द्रशेखर आजाद की मौत का जिम्‍मेवार जवाहर लाल नेहरु को ठहराया था।
  21. चन्‍द्रशेखर आजाद अपने साथियों के साथ रूस जाकर वहाँ के नेता स्‍टालिनकी मदद लेना चाहते थे लेकिन जवाहर लाल नेहरू ने चन्‍द्रशेखर आजाद से 1200 रू० की मांग की थी।
  22. चन्‍द्रशेखर आजाद का वास्‍तविक नाम चन्‍द्रशेखर तिवारी था।
  23. चन्‍द्रशेखर आजाद ने भारत देश को गुलामी की जजीरो से छुड़ानें के लिए साण्‍डर्स की हत्‍या, कांकोरी काण्‍ड, असेम्‍बली में बम, वाइसराय की ट्रेन बम से उड़ाने जैसे कई कार्य किये।
  24. चन्‍द्रशेखर आजाद हमेशा अपने साथ माउजर रखते थे। वह पिस्‍टल आज भी इलाहाबाद के म्‍यूजियम में सुरक्षित रखी हुई है।
  25. चन्‍द्रशेखर आजाद के शहीद होने के 16 साल बाद उनका सपना पूरा हुआ।
  26. चन्‍द्रशेखर आजाद के उग्र और बेखौफ अंदाज से अंग्रेज बहुत डरते थे।
  27. एक बार आजाद इलाहाबाद के अल्‍फ्रेड पार्क में वे अपने दोस्‍तों के साथ महत्‍वपूर्ण बातचीत कर रहे थे, तभी अंग्रेजों को किसी ने सूचना दे दी कि चन्‍द्रशेखर अल्फ्रेडपार्क में है। अंग्रेज अपनी पूरी फौज के साथ पार्क पहुँच गई और पार्क को चारों तरफ से घेर लिया गया और दोनों ओर से गोली बारी होती गई। जब चन्‍द्रशेखर आजाद के पास एक गोली रह गई तो उन्‍होनें सोचा कि वो जिंदा अंग्रजी पुलिस के हाथ नही आऍगें और उन्‍होनें अपने आप को स्‍वयं गोली मार ली।
  28. चन्‍द्रशेखर आजाद ने भगत सिंह और उनके युवा साथियों को ट्रेनिंग भी दी थी।
  29. चन्‍द्रशेखर आजाद ने एक कसम खाई थी कि वे अंग्रेजों के हाथों कभी नही मरेगें।
  30. चन्‍द्रशेखर आजाद की मौत 27 फरवरी 1931 को हुईं थी।

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